बाइक राइडर्स ने दिया संरक्षण का संदेश

झालावाड़ के बाइक राइडर्स पहुँचे संत पीपाजी की जन्म स्थली इंटेक विरासत बाइक राइड - मिनि सचिवालय से शुरू संत पीपाजी के जन्म स्थल गागरोन दुर्ग पर समापन झालावाड़ जिला प्रशासन एवं इंटेक के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को रॉयल बाइक राइड का आयोजन किया गया। जिसमें विरासत को सहेजने के साथ ही आने वाले लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान करने का संदेश दिया। मिनी सचिवालय में सुबह 6.30 बजे अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री सत्यनारायण अमेठा एवं इंटेक के संयोजक राज्यपाल शर्मा ने हरी झंडी दिखा कर रैली को रवाना किया। जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने बाईकर के रूप में सहभागिता निभाई। राइडर्स गढ़ परिसर, संत पीपाजी पैनोरमा, पीपाजी के बाग, संत रामानंदाचार्य महाराज की छतरी होते हुए गागरोन दुर्ग पहुँचे। गढ़ परिसर में इंटेक से संयोजक श्री राज्यपाल शर्मा ने कहा कि जिला कलक्टर के मार्गदर्शन में शीघ्र ही झालावाड़ म्यूजियम में झालावाड़ के इतिहास से संबंधित नई विथीकायें जोड़ी जायेगी। जो जिले के इतिहास, संस्कृति एवं क्रमिक विकास को दर्शायेगी। पीपाजी महाराज की तपोभूमी पर पीपाजी की गुफा के दर्शन के समय जिला कलक्टर महोदय ने कहा कि गुफा के मूल स्वरूप को यथावत रखा जाना चाहिए। वही रामानंदाचार्य महाराज की छतरी पर झालावाड़ की इस महान विरासत के बारे में बताते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि यहाँ केवल दो नदियों का संगम ही नही है। यहाँ दो परम आत्माओं का भी संगम है। एक और जहाँ पीपाजी का समाधी स्थल है वहीं दूसरे किनारे पर संत रामानंदाचार्य महाराज की चरण पादुका स्थित है। पीपाजी के आग्रह पर ही रामानंदाचार्य महाराज अपने प्रधान शिष्यों के साथ यहाँ पधारे थे। जो अपने आप में उस समय का अभूतपूर्व आयोजन था। इस स्थली पर आध्यात्मिक उर्जा की अनुभूती होती है। यहाँ राज ऋषि का ब्रह्म ऋषि से संबंध दिखाई देता है। जीवन से नवजीवन की यात्रा, भोग से त्याग की यात्रा दिखाई देती है। अतिरिक्त जिला कलक्टर सत्यनारायण आमेठा ने बताया कि छतरी तक पहुँच मार्ग सुगम बनाया जायेगा। चारदीवारी कर इसका संरक्षण किया जायेगा। जबकि मूल स्वरूप के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जायेगी। बाइकर्स जब गागरोन दुर्ग पहुँचे तो इंटेक के संयोजक राजपाल शर्मा ने कहा कि गागरोन पीपाजी के जन्म स्थली तो है ही साथ ही इसका संबंध हर की पोड़ी हरिद्वार से भी है। गागरोन निवासी सेडा जी के वंसज हर जी ने हर की पोड़ी का निर्माण करवाया। गागरोन की राजकुमारी का विवाह आमेर राजपरिवार में हुआ था तब हरजी के पूर्वज सेडा जी का परिवार राजकुमारी के साथ गागरोन से आमेर गया था। जिसका उल्लेख इतिहासकार नंदकिशोर पारिक ने अपने लेखों में किया है। बाइकर्स को संबोधित करते हुए पैलेस आन व्हील्स के सेवानिवृत्त अति. निदेशक श्री अतुल झाला ने कहा कि झालावाड़ में पर्यटन को लेकर आपार संभावनायें है। यहाँ वर्ष पर्यन्त पर्यटको को खीच कर लाया जा सकता है। यहाँ के प्राकृतिक स्थल ऐतिहासिक विरासत, धार्मिक मेले व सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर स्थापित करने की आवश्यकता है। श्री सदगुरू सेवा संस्थान के सचिव व बाईक राइडर रैली के संयोजक मनोज शर्मा ने कहा कि जिले की ऐतिहासिक धरोहर ख्यातनाम है इसको रूबरू कराने की आवश्यकता है । जिला प्रशासन के सहयोग से आज पवित्र धार्मिक ऐतिहासिक स्थलो की यात्रा हुई यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा। आगामी पखवाड़े में झालावाड़ से मंडावर तालाब होते हुए महु बोरदा तक रॉयल राइडिंग करने की कार्ययोजना है। बाइकर्स रैली में डॉ मधुसूदन आचार्य, दिलीप श्रीवास्तव, भारत भूषण जैन, उदयभान सिंह, हेमंत शर्मा, जान सर, अनंत शर्मा, राजेन्द्र सिंह, विक्रम टाँक, पुरूषोत्तम योगी, सागर शर्मा, राजू शर्मा ओशो सहित 50 से अधिक बाईकर्स ने भाग लिया।

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